दोस्तों मुझे माफ़ कीजियेगा विषय से हटने के लिये पर क्या करे । अभी पूरी दुनिया ही लीक से हटी हुई है ।
इस केरोना के कारण दोस्तों आप लोगों ने मेरे पहले ब्लॉग को सब्सक्राइब , फॉलो , शेयर व उसमे कॉमेंट नहीं किया जिसके कारण मेरा वो ब्लॉग सरकार तक नही पहुँचा ।
और सरकार उस पर ध्यान नही दे सकी नतीजा आप सबो के सामने है । मैने अपने पहले ब्लॉग में जो मरीजों की संख्याओं का अनुमान किया था ।
बदकिस्मती से वो अनुमान सही हो गया । दोस्तो लॉक डाउन समाप्त के रोज की कुल संख्या मेरे अनुमान के अनुसार ही है ।
सरकार अभी भी पूरी तरह जाहिल विचारकों के अधीन है । नही तो इस लॉक डाउन का इस्तेमाल मेरे बताये तरीकों पर अमल करने में करती तो अभी तक हम शायद COVIDE 19 को देश से खत्म करने के करीब होते पर उल्टे हम और एक पायदान ऊपर बढ़ गये है ।
दोस्तों जड़ा सोचिये लॉक डाउन कर के हम देश की आर्थिक स्थिति पर इतना बड़ा चोट करके भी क्या प्राप्त किये ।
वश गिनती कुछ रोक पाए वश और कुछ नही । पर सरकार ये क्यो नही मानती की केरोना की गिनती रोकना समाधान नही है ।
क्योकी केरोना जब तक है । देश मे तो वो कभी भी गिनती बढ़ा ही देगी । वैसे भी लॉक डाउन करने बाला बुहान का हाल पूरी दुनिया देख ही रही है ।
जबकी चीन से खबर उतना ही बाहर आता है । जितना चीन भेजता है । फिर भी चीन में पुनः केरोना के मरीज मिलने लगे इस से एक बात तो सरकारों को अच्छी तरह समझ जानी चाहिये की लॉक डाउन से आप जनता और देश का ही बुरा करते जायेगे ।
केरोना इस से खत्म बिल्कुल नही होगा । दूसरी तरफ कोरिया व ताइवान ने बिल्कुल वही किया जो की केरोना को खत्म करने के लिये कड़ना चाहिये था।
नतीजा भी पूरी दुनिया के सामने है । लेकिन फिर भी देश के जाहिल सचिवों को लॉक डाउन पसन्द है । क्योकी लॉक डाउन से पैकेज मिलेगा फिर उन पैकेजों में लूट होगी । पर बर्बाद तो जनता और देश होगा ही ।
अगर हम उन पैकेजों का इस्तेमाल कोरिया व ताइवान की तरह केरोना से प्रभावित लोगों की खोजबीन व उनके ईलाज पर करेंगे तो । हम देश से केरोना को खत्म भी कर पाएंगे और देश व जनता को बर्बादी से भी बचा पायेंगे । सरकार के पास तीन रास्ते हैं ।
बदकिस्मती से वो अनुमान सही हो गया । दोस्तो लॉक डाउन समाप्त के रोज की कुल संख्या मेरे अनुमान के अनुसार ही है ।
सरकार अभी भी पूरी तरह जाहिल विचारकों के अधीन है । नही तो इस लॉक डाउन का इस्तेमाल मेरे बताये तरीकों पर अमल करने में करती तो अभी तक हम शायद COVIDE 19 को देश से खत्म करने के करीब होते पर उल्टे हम और एक पायदान ऊपर बढ़ गये है ।
दोस्तों जड़ा सोचिये लॉक डाउन कर के हम देश की आर्थिक स्थिति पर इतना बड़ा चोट करके भी क्या प्राप्त किये ।
वश गिनती कुछ रोक पाए वश और कुछ नही । पर सरकार ये क्यो नही मानती की केरोना की गिनती रोकना समाधान नही है ।
क्योकी केरोना जब तक है । देश मे तो वो कभी भी गिनती बढ़ा ही देगी । वैसे भी लॉक डाउन करने बाला बुहान का हाल पूरी दुनिया देख ही रही है ।
जबकी चीन से खबर उतना ही बाहर आता है । जितना चीन भेजता है । फिर भी चीन में पुनः केरोना के मरीज मिलने लगे इस से एक बात तो सरकारों को अच्छी तरह समझ जानी चाहिये की लॉक डाउन से आप जनता और देश का ही बुरा करते जायेगे ।
केरोना इस से खत्म बिल्कुल नही होगा । दूसरी तरफ कोरिया व ताइवान ने बिल्कुल वही किया जो की केरोना को खत्म करने के लिये कड़ना चाहिये था।
नतीजा भी पूरी दुनिया के सामने है । लेकिन फिर भी देश के जाहिल सचिवों को लॉक डाउन पसन्द है । क्योकी लॉक डाउन से पैकेज मिलेगा फिर उन पैकेजों में लूट होगी । पर बर्बाद तो जनता और देश होगा ही ।
अगर हम उन पैकेजों का इस्तेमाल कोरिया व ताइवान की तरह केरोना से प्रभावित लोगों की खोजबीन व उनके ईलाज पर करेंगे तो । हम देश से केरोना को खत्म भी कर पाएंगे और देश व जनता को बर्बादी से भी बचा पायेंगे । सरकार के पास तीन रास्ते हैं ।
1)पूरे देश मे लोगो का सर्वेक्षण व थर्मल स्कैनिग कराये जैसे जनगणना के लिये लोग घर घर जाते हैं । उस तरह से ताकी देश के भीतर के सभी कोरोना मरीजो को व संभावितों को खोज कर इलाज किया जाये व देश से केरोना को खत्म किया जाये ।
2)लॉक डाउन लॉक डाउन खेलते रहे और देश और जनता को धीरे - धीरे आर्थिक मौत मरने दे और गिनती देखते रहे जब तक की दवा ना बने क्योकी लॉक डाउन से केरोना खत्म तो होगा नही ।
3)लॉक डाउन खोल दे बिना जांचे और पूरे देश को केरोना के भट्टी में झोंक दे और भगवान से प्राथना करते रहे कि केरोना से बचा लो । और लोग तब तक बेमोत मरते रहे जब तक की केरोना खुद ना खत्म हो जाये या केरोना की दवा ना बन जाये । और भगवान से प्रार्थना करते रहे कि देश की आर्थिक स्थिती व जनता को केरोना से बचा ले
।
सरकार के जाहिल सचिवों का निर्णय हुआ की सरकार अभी और लॉक डाउन लॉक डाउन खेलेगी ।
दोस्तों आप सब जानते ही है । नेताओं को वश सचिवों का आज्ञा मानना होता है । क्योकी हमलोग चुनते ही इतने बुद्धिमानो को हैं ।
कि उन्हें सचिवों के ऊगली पकड़ कर ही चलना होता है । जो भी देश केरोना को खत्म करना चाहता है ।
उसे अपने देश के भीतर के सभी केरोना प्रभावित मरीजो को खोज - खोज कर उनका इलाज करना ही होगा ।
अगर वो लॉक डाउन के भरोसे रहेंगे तो केरोना से जो हानि होने बाला है । वो तो होगा ही साथ ही देश व जनता की स्थिती भी बद से बदतर होते जायेगी ।
प्लीज इस ब्लॉग को जितना अधिक से अधिक फॉलो , सब्सक्राइब , शेयर व कॉमेंट कर सकते हैं ।
करे ताकी ये ब्लॉग सरकार तक पहुँच जाये और वो लोग इस पर अमल करें ताकी मुझे इसका तीसरा भाग नही लिखना पड़े क्योकी अगर यही हाल रहा दोस्तों तो मुझे उम्मीद है
14 अप्रैल से 14 मई तक मरीजो की संख्या को पाँच अंको में रोक पाना और मौतों की संख्या को चार अंको में रोकना कठिन होगा
दोस्तों बात को समझिये इटली , अमेरिका , स्पेन ,बुहान कहा पर लॉक डाउन ने इसे खत्म किया है । कहि नही ये रुका तो सिर्फ कोरिया व ताइवान में जहाँ सरकार ने अपनी पूरी ताकत लगाकर देश मे मौजूद सभी केरोना मरीजो को खोज कर उनका इलाज किये ।
ये लॉक डाउन कहि सफल नही रहा और भारत जैसे बड़ी आबादी बाले देश मे तो ये निश्चित सफल नही होगा ।
इससे हम कुछ समय के लिए केरोना की गिनती के गति को धीमे किये रख सकते हैं । पर जैसे ही हम लॉक डाउन खोलेंगे ये छुटे सांड की तरह बढ़ेगा ही ।
मै किसी को डरा नही रहा वश अपनी शंका बता रहा हूँ । जो भगवान ना करे शच हो जैसे कि पहले होगया । अगर आप मेरी बातों से 1% भी सहमत हैं
तो इसे शेयर ,फॉलो , सब्सक्राइब , जरूर करे ताकी किसी ना किसी उच्य अधिकारी तक ये पहुँचे और देश बचे ।
दोस्तो मुझे नही लगता कि अगर यही हाल रहा तो देश मे कोई ICU , ICCU , भेंन्टीलेटर, या ऑक्सीजन सिलेंडर बच पायेगा अब केरोना जिस स्थिती में पहुँच गयी है इसमें ही हमारे सारे संसाधन पूरे नही परेगें शायद ।
सबसे विकट स्थिति आने बाले समय मे हमारे मेडिकल स्टाफ की कमी की होगी और यदि ये सब होगया तब तो भगवान ही मालिक होंगे इसी लिये इस स्तर को तो हमलोग किसी तरह झेल लेगे पर अगर सरकार इसी तरह लॉक डाउन के भरोसे बैठी रही तो
मुझे नही लगता 15 मई के बाद कि स्थिति को संभाल पाएंगे इस लिये सरकार को इस लॉक डाउन की अबधि में देश के अंदर मौजूद सभी केरोना मरीज को खोज कर ईलाज कड़ना ही होगा नही तो फिर 15 मई के
बाद हम चाहकर भी हालत ठीक नही कर पाएंगे वैसे भी दवा बनने में अभी समय लगेगा इस हालात में सरकार को ये सब कह कर मैं शायद अपने लिये खतरा मोल ले रहा हूँ । पर मुझसे पहले मेरा देश जरूरी है ।
प्लीज लॉक डाउन से आगे बढिये । दोस्तो मेरे ब्लॉगों में ऐड सब आते रहते हैं । उस पर क्लिक करके उसे खोल कर देखने पर काफी अच्छे - अच्छे शेयरों के TIPS भी मिलेंगे जो दिये गये टार्गेट HIT भी करते हैं । पर दोस्तो मेरी आप लोगो से अनुरोध है । उन TIPS पर काम करने से पहले उस शेयरों के बारे में जानकारी जरूर लेले । दोस्तो मेरे और भी ब्लॉग है । जिसकी LINK में नीचे दे रहा हूँ । एक बार जरूर उन ब्लॉगों को खोल कर देखे ।
दोस्तों आप सब जानते ही है । नेताओं को वश सचिवों का आज्ञा मानना होता है । क्योकी हमलोग चुनते ही इतने बुद्धिमानो को हैं ।
कि उन्हें सचिवों के ऊगली पकड़ कर ही चलना होता है । जो भी देश केरोना को खत्म करना चाहता है ।
उसे अपने देश के भीतर के सभी केरोना प्रभावित मरीजो को खोज - खोज कर उनका इलाज करना ही होगा ।
अगर वो लॉक डाउन के भरोसे रहेंगे तो केरोना से जो हानि होने बाला है । वो तो होगा ही साथ ही देश व जनता की स्थिती भी बद से बदतर होते जायेगी ।
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करे ताकी ये ब्लॉग सरकार तक पहुँच जाये और वो लोग इस पर अमल करें ताकी मुझे इसका तीसरा भाग नही लिखना पड़े क्योकी अगर यही हाल रहा दोस्तों तो मुझे उम्मीद है
14 अप्रैल से 14 मई तक मरीजो की संख्या को पाँच अंको में रोक पाना और मौतों की संख्या को चार अंको में रोकना कठिन होगा
दोस्तों बात को समझिये इटली , अमेरिका , स्पेन ,बुहान कहा पर लॉक डाउन ने इसे खत्म किया है । कहि नही ये रुका तो सिर्फ कोरिया व ताइवान में जहाँ सरकार ने अपनी पूरी ताकत लगाकर देश मे मौजूद सभी केरोना मरीजो को खोज कर उनका इलाज किये ।
ये लॉक डाउन कहि सफल नही रहा और भारत जैसे बड़ी आबादी बाले देश मे तो ये निश्चित सफल नही होगा ।
इससे हम कुछ समय के लिए केरोना की गिनती के गति को धीमे किये रख सकते हैं । पर जैसे ही हम लॉक डाउन खोलेंगे ये छुटे सांड की तरह बढ़ेगा ही ।
मै किसी को डरा नही रहा वश अपनी शंका बता रहा हूँ । जो भगवान ना करे शच हो जैसे कि पहले होगया । अगर आप मेरी बातों से 1% भी सहमत हैं
तो इसे शेयर ,फॉलो , सब्सक्राइब , जरूर करे ताकी किसी ना किसी उच्य अधिकारी तक ये पहुँचे और देश बचे ।
दोस्तो मुझे नही लगता कि अगर यही हाल रहा तो देश मे कोई ICU , ICCU , भेंन्टीलेटर, या ऑक्सीजन सिलेंडर बच पायेगा अब केरोना जिस स्थिती में पहुँच गयी है इसमें ही हमारे सारे संसाधन पूरे नही परेगें शायद ।
सबसे विकट स्थिति आने बाले समय मे हमारे मेडिकल स्टाफ की कमी की होगी और यदि ये सब होगया तब तो भगवान ही मालिक होंगे इसी लिये इस स्तर को तो हमलोग किसी तरह झेल लेगे पर अगर सरकार इसी तरह लॉक डाउन के भरोसे बैठी रही तो
मुझे नही लगता 15 मई के बाद कि स्थिति को संभाल पाएंगे इस लिये सरकार को इस लॉक डाउन की अबधि में देश के अंदर मौजूद सभी केरोना मरीज को खोज कर ईलाज कड़ना ही होगा नही तो फिर 15 मई के
बाद हम चाहकर भी हालत ठीक नही कर पाएंगे वैसे भी दवा बनने में अभी समय लगेगा इस हालात में सरकार को ये सब कह कर मैं शायद अपने लिये खतरा मोल ले रहा हूँ । पर मुझसे पहले मेरा देश जरूरी है ।
प्लीज लॉक डाउन से आगे बढिये । दोस्तो मेरे ब्लॉगों में ऐड सब आते रहते हैं । उस पर क्लिक करके उसे खोल कर देखने पर काफी अच्छे - अच्छे शेयरों के TIPS भी मिलेंगे जो दिये गये टार्गेट HIT भी करते हैं । पर दोस्तो मेरी आप लोगो से अनुरोध है । उन TIPS पर काम करने से पहले उस शेयरों के बारे में जानकारी जरूर लेले । दोस्तो मेरे और भी ब्लॉग है । जिसकी LINK में नीचे दे रहा हूँ । एक बार जरूर उन ब्लॉगों को खोल कर देखे ।
नये डिमैट बालो
या नये निवेशकों का स्वर्णिम समय
जीत को हार में बदलने बालो को कांग्रेसी कहते हैं
दोस्तो आप लोगो को ये ब्लॉग कैसा लगा । कॉमेंट कर जरूर बताइयेगा । दोस्तो अगर आप मेरा हर ब्लॉग पाना चाहते हैं । तो अपना EMAIL डाल कर सब्सक्राइब व फॉलो जरूर करे । यदि आप ये ब्लॉग किसी और तक भी पहुँचाना चाहते हैं । तो उनके ईमेल डाल कर उनके EMAIL को सब्सक्राइब करके मेरा हर ब्लॉग उन तक भी पहुँचा सकते हैं ।
: धन्यवाद :